साइनोसाइटिस के तीन प्रकार होते हैं पहला प्रकार एक्यूट साइनसाइटिस जब साइनस का इन्फेक्शन 1 से 2 हफ्ते के बीच तक चलता है इसमें मरीज को सिर में दर्द बुखार नाक बंद होना नाक से तरल पदार्थ का रिसाव होना और गले में खुजली या कुछ फंसे होने का एहसास होना। दूसरा प्रचार सब एक्यूट साइनसाइटिस होता है जिसमें यह साइनस का इन्फेक्शन लगभग 8 हफ्ते तक चलता है।
तीसरे प्रकार को क्रॉनिक साइनसाइटिस कहते हैं इसमें साइनस से जुड़ी हुई समस्याएं 8 हफ्तों से ज्यादा तक चलती हैं इससे एलर्जी रेनू साइनोसाइटिस भी कहा जाता है।
साइनोसाइटिस का मुख्य कारण एक दर्जन होता है जो एक अजीब पार्टिकल होता है जो हमारे आस पास पाया जाता है यह वर्जन नाक की सतह पर चिपक कर कई केमिकल रिलीज करता है जिसमें नाक में सूजन और बलगम की समस्या होती है इस वजह से नाक में खुजली आंख में खुजली आंख से आंसू आना नाक से पानी गिरना गले में किस-किस होना है गले में भारीपन होना तथा चेहरे पर भारीपन यादव का एहसास होता है
साइनोसाइटिस की जांच मैं कई टेस्ट करे जाते हैं जिसमें से प्रमुख हैं सिरम आईजी एई सी तथा स्किन ट्रिक एलर्जी टेस्ट